Mehbooba Mufti’s Alliance with Congress: PDP का मेनिफेस्टो और बड़े लक्ष्यों पर सहमति की शर्त

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और People’s Democratic Party (PDP) की अध्यक्ष Mehbooba Mufti ने हाल ही में एक बड़ा राजनीतिक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की संभावनाओं पर चर्चा की। हालांकि, Mehbooba Mufti ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह तभी Alliance के लिए तैयार होंगी जब कांग्रेस पार्टी PDP के मेनिफेस्टो और उनके Bigger Goals को स्वीकार करेगी। इस बयान ने जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक माहौल में एक नई हलचल पैदा कर दी है।

PDP का मेनिफेस्टो और बड़े लक्ष्य: क्या हैं ये मुद्दे?

Mehbooba Mufti की PDP ने अपने मेनिफेस्टो में कई बड़े और महत्वपूर्ण मुद्दों को शामिल किया है, जो उनके अनुसार जम्मू-कश्मीर की राजनीति और विकास के लिए अनिवार्य हैं। इन Bigger Goals में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली, धारा 370 की पुनःस्थापना, और राज्य की स्वायत्तता शामिल है। Mehbooba Mufti का मानना है कि इन लक्ष्यों को हासिल किए बिना जम्मू-कश्मीर के लोगों की समस्याओं का समाधान संभव नहीं है।

1. धारा 370 की पुनःस्थापना

PDP का मुख्य लक्ष्य जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की पुनःस्थापना है। Mehbooba Mufti का कहना है कि इस धारा के निरस्त होने से जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। वह चाहती हैं कि कांग्रेस इस मुद्दे पर PDP के साथ खड़ी हो।

2. राज्य की स्वायत्तता

PDP जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता के लिए संघर्षरत है। Mehbooba Mufti का मानना है कि राज्य की स्वायत्तता ही उसके विकास का सही रास्ता है। वह चाहती हैं कि कांग्रेस इस मुद्दे पर भी उनकी पार्टी के विचारों का समर्थन करे।

3. विशेष दर्जे की बहाली

PDP का मानना है कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल होना चाहिए ताकि राज्य के लोग फिर से आत्मसम्मान और सुरक्षा के साथ जी सकें। यह उनकी पार्टी के Bigger Goals में से एक है, जिसे वह कांग्रेस के साथ गठबंधन की शर्त के रूप में रख रही हैं।

Congress के लिए चुनौती: PDP के मेनिफेस्टो को स्वीकार करना?

Mehbooba Mufti ने साफ शब्दों में कहा है कि वह कांग्रेस के साथ तभी गठबंधन करेंगी जब कांग्रेस PDP के मेनिफेस्टो और Bigger Goals को स्वीकार करेगी। यह कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है, क्योंकि इन मुद्दों पर कांग्रेस की राय हमेशा से अलग रही है।

1. कांग्रेस का रूख

कांग्रेस ने धारा 370 के मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है, लेकिन PDP के बड़े लक्ष्यों को स्वीकार करना कांग्रेस के लिए एक कठिन निर्णय हो सकता है। कांग्रेस का जम्मू-कश्मीर पर पारंपरिक नजरिया PDP के लक्ष्यों से मेल नहीं खाता।

2. गठबंधन की संभावनाएं

हालांकि, राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए, कांग्रेस और PDP के बीच गठबंधन की संभावना को पूरी तरह से नकारा नहीं जा सकता। अगर कांग्रेस PDP के मेनिफेस्टो को स्वीकार करती है, तो यह गठबंधन जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक नया अध्याय लिख सकता है।

Mehbooba Mufti का संदेश: ‘हमारे बड़े लक्ष्य ही हमारी प्राथमिकता’

Mehbooba Mufti ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी के बड़े लक्ष्य ही उनकी प्राथमिकता हैं। वह किसी भी गठबंधन के लिए तभी तैयार होंगी जब दूसरी पार्टी इन लक्ष्यों को अपने एजेंडे में शामिल करेगी। उनका यह कदम राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हो सकता है, लेकिन इसे लागू करना आसान नहीं होगा।

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जम्मू-कश्मीर की राजनीति में यह समय बहुत ही संवेदनशील है, और Mehbooba Mufti द्वारा कांग्रेस के साथ Alliance के लिए रखी गई शर्तें इसे और जटिल बना सकती हैं। अगर कांग्रेस PDP के मेनिफेस्टो और Bigger Goals को स्वीकार करती है, तो यह गठबंधन जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक दिशा को बदल सकता है।

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