Share Market Dhadaam : 3 कारण जिससे मार्केट गिर गया टॉप 10 स्टॉक सबसे ज्यादा टूट गए

तो दोस्तों आज के दिन स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टेड के लिए काफी ज्यादा टू सिचुएशंस को बना दिया है मार्केट खुलते ही तेजी से नीचे गिरा और सेंसेक्स और निफ्टी दोनों की लाल रंग में चाय दिखाई दिए करोड़ के पैसे इन्वेस्टर्स के पोर्टफोलियो से उड़ गए और सिर्फ एक ही सवाल हर किसी के दिमाग में घूम रहा था की आखिर मार्केट ऐसा क्यों गिर गया इस गिरावट के पीछे कुछ बड़े कारण है जिन्होंने एक साथ मिलकर इन्वेस्टर के ट्रस्ट को हिला दिया है

ग्लोबल मार्केट का दबाव और फॉरेन इन्वेस्टर्स की सेल ऑफ

तो दोस्तों सबसे पहले और सबसे बड़ा कारण है ग्लोबल मार्केट का दबाव आज के समय में इंडिया का शेयर बाजार अलग से नहीं चल सकता क्योंकि हमारा इकोनामी ग्लोबल इकॉनमी के साथ जुड़ चुका है अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने अभी तक इंटरेस्ट रेट को लेकर क्लियर स्टोंस नहीं दिया है इन्फ्लेशन्स कंट्रोल करने के लिए वहां पर इंटरेस्ट रेट ऊपर जाने का खतरा बना हुआ है जिसका असर पूरी दुनिया के मार्केट पर पड़ रहा है इसके साथ ही चीन के स्लो डाउन भी इन्वेस्टर के लिए एक कंसर्न बना हुआ है जब भी चीन जैसे बड़े स्टॉक मार्केट में डिमांड कम होती है तो उसका सीधा-साधा इंपैक्ट कमोडिटीज मेटल और एक्सपोर्ट पर काफी ज्यादा पड़ता है इसी वजह से फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने आज इंडियन स्टॉक मार्केट में अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया है जब भी फौरन पैसा मार्केट से निकलता है तो एकदम से हैवी सेलिंग होती है और मार्केट गिरने लगता है

डोमेस्टिक इकोनामिक के इंडिकेटर और रुपए की कमजोरी

दोस्तों दूसरा कारण हमारी अपनी डोमेस्टिक इकोनामी से जुड़ा हुआ है इंडिया में कभी भी इन्फ्लेशन्स काफी ज्यादा हाई है और लोगों के लिए खर्च मैनेज करना काफी ज्यादा मुश्किल हो रहा है क्रूड ऑयल के प्राइस ऊपर जाने की वजह से पेट्रोल और डीजल महंगा होने का डर बना हुआ है साथ ही में रुपए डॉलर के अगेंस्ट कमजोर हो रहा है जो की इंपॉर्टेंस को और भी ज्यादा महंगा बना रहा है

रुपया की गिरावट का सीधा-साधा असर उन कंपनी पर पड़ता है जो की इंपोर्ट हैवी रॉ मैटेरियल्स को लेती है इस वजह से उनके प्रॉफिट मार्जिन कम होते हैं और स्टॉक की वैल्यू नीचे गिरने लग जाती है ऊपर से गवर्नमेंट की तरफ से भी अभी तक कोई भी ऐसा बड़ा स्टीमरलेस या फिर ग्रंथ को बूस्ट करने वाला अनाउंसमेंट नहीं आया है जिसने की इन्वेस्टर्स को मोटिवेट कर हो इस वजह से मार्केट सेंटीमेंट और भी ज्यादा नेगेटिव हो गया है

कंपनी स्पेसिफिक इश्यूज ओर सेक्टर गिरावट

तीसरा कारण है कुछ बड़े स्टॉक और सेक्टर का गिरना टाटा मोटर्स जैसे बड़े ऑटो स्टॉक में हैवी सेलिंग देखने को मिली है इन्वेस्टर्स को लग रहा है कि ग्लोबल स्लो डाउन का असर ऑटो एक्सपोर्ट्स पर पड़ेगा और डिमांड स्लो हो सकती है इसी वजह से टाटा मोटर्स का शेर गिर गया है और उसका सीधा-साधा इंपैक्ट है निफ्टी पर पड़ा है आईटी सेक्टर भी गिरावट का शिकार हुआ है उसमें कुछ शेयर्स के दाम गिरने को देखे हैं गए हैं जैसे की Infosys,Wipro,Tech Mahindra,HCL Tech जैसे शेयर्स में तेजी से गिरावट देखने को मिली रीजन यह है कि उस और यूरोप इकोनामी काफी अधिक हो रही है और वहां के क्लाइंट आईटी प्रोजेक्ट्स को डिलीट कर रहे हैं जब आईटी सेक्टर नीचे आता है तो निफ्टी काफी ज्यादा वीक हो जाती है क्योंकि आईटी सेक्टर के वेज काफी ज्यादा हाई है

बैंकिंग का फाइनेंशियल सेक्टर भी पीछे नहीं रहा है बजाज फाइनेंस कोटक बैंक और एसबीआई जैसे बड़े बैंकिंग आफ फाइनेंस स्टॉक में गिरावट हुई है लोन डिमांड स्लो होने का डर और भी ज्यादा बढ़ाते एन पी ए एस की टेंशन इन्वेस्टर्स को परेशान कर रही है

टॉप 10 स्टॉक जिसमें सबसे ज्यादा हुआ है नुकसान

तो दोस्तों आज के दिन जो स्टॉक से सबसे ज्यादा गिर गए हैं उनमें से टाटा मोटर्स इंफोसिस विप्रो टेक महिंद्रा एचसीएल टेक हिंडालको अदानी पोर्ट्स बजाज फाइनेंस कोटक बैंक और स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया शामिल है इसमें 3% से लेकर 7% तक की गिरावट देखने को मिली है जो की एक दिन के लिए काफी बड़ी गिरावट है इन स्टॉक की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही नीचे गए हैं Share Market Dhadaam : 3 कारण जिससे मार्केट गिर गया टॉप 10 स्टॉक सबसे ज्यादा टूट गए

इन्वेस्टर्स को क्या करना चाहिए ऐसे समय में

तो दोस्तों अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि ऐसे समय में इन्वेस्टर्स का अगला कम क्या होने वाला है और क्या होना चाहिए एक्सपर्ट्स का कहना है कि पैनिक सेलिंग करके लॉस बुक करना सही डिसीजन नहीं है स्पेशली उन लोगों के लिए जो कि लंबे समय के लिए इन्वेस्टेड है मार्केट गिरने के समय पर अच्छी क्वालिटी के शेयर सस्ते दाम पर मिलते हैं जो की फ्यूचर में अच्छे रिटर्न दे सकते हैं हां शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स के लिए टाइम रिस्क की है क्योंकि वॉलेट ली थी और भी ज्यादा बढ़ सकती है इसी वजह से शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग करने वालों को अपने स्टॉप लॉस को टाइट रखना चाहिए और ज्यादा रिस्क लेने से बचना चाहिए

आने वाले दिनों का सीन क्या होगा

मार्केट काफी हद तक ग्लोबल और डोमेस्टिक न्यूज़ पर डिपेंड करता है अगर आने वाले दिनों में ग्लोबल मार्केट स्टेबल हो जाता है जैसे कि क्रूड ऑयल प्राइसेज नीचे आती है और रुपया स्टेबल होता है तो मार्केट में रिकवरी आ सकती है लेकिन अगर नेगेटिव न्यूज़ आती रही और गिरावट हो सकती है लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर के लिए यह समय पेशेंस रखने का है हृदय रखने का है डायवर्सिफिकेशन और एसेट एलोकेशंस पर ध्यान देना होगा सिर्फ एक ही सेक्टर में इन्वेस्ट करके चलना रिस्की है इसलिए हर सेक्टर को अपना पोर्टफोलियो का बैलेंस मेंटेन करने के लिए जरूर रखें

निष्कर्ष

आज का दिन एक रिमाइंडर था कि स्टॉक मार्केट हमेशा प्रिडिक्टेबल नहीं होता है ग्लोबल और डोमेस्टिक दोनों ही फैक्टर एक साथ आकर मार्केट को हिला सकते हैं टाटा मोटर्स और आईटी सेक्टर के शेयर्स में गिरावट ने यह क्लियर कर दिया है कि एक ही सेक्टर में ज्यादा इन्वेस्ट करना कितना ज्यादा रिस्की हो सकता है

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