दिन के 24 घंटे का सर्वोत्तम उपयोग करना सीखें, प्रमाणिक सफल समय सारिणी:- दोस्तों, सभी व्यक्ति अपने जीवन के मालिक हैं और अपने जीवन को किस तरीके से जीना है यह वह स्वयं तय करते हैं । उपहार स्वरूप ईश्वर ने जो हमें बराबर – बराबर सभी को 24 घंटे दे रखे हैं उनका उपयोग भी हम सोच, समझ और अपने निर्णय लेने की क्षमता के आधार पर अलग-अलग तरह से करते हैं।
कोई तो अपने आधे घंटे के समय को बचाने का प्रयत्न कर रहा होता है कोई बैठकर अपने आधे घंटे को यूं ही जाने देता है जैसे उसे इस बात से कोई फर्क ही नहीं पड़ता । वैसे समय के हमें अलग-अलग रूप और रंग दिखाई पड़ते हैं। जब हम किसी ऐसे काम को कर रहे होते हैं जिस कार्य में हमारा मन लगता है तो हमें समय का पता ही नहीं चलता कि कब एक घंटे से 2 घंटे हो गए लेकिन, जब हम किसी ऐसे कार्य में जुटे होते हैं जो हमारे मत का नहीं होता या हमारी रुचि का नहीं होता तो हम उस समय, समय को बहुत धीमी गति से बढ़ते हुए महसूस करते हैं।
दोस्तों हमारे इस लेख में आप बने रहिए और आगे हम आपको समय से संबंधित इसका सर्वोत्तम उपयोग करना और एक बेहतरीन समय सारणी का निर्माण करना सिखाएंगे इसका उपयोग करके आप आगामी जीवन में निश्चित तौर पर सफल हो सकते हैं।
पार्किंसन का समय सम्बन्धी नियम
इस नियम के अनुसार हम अगर अपने कार्य को एक समय सीमा प्रदान नहीं करते तो वह कार्य उतने ही लंबे समय में पूर्ण हो पाता है अर्थात जिस काम के लिए सिर्फ एक घंटा पूर्व निर्धारित होता है तो उस काम को हम 1 घंटे के अंदर बेहतरीन ढंग से करने की कोशिश करते हैं और अक्सर सफलतापूर्वक 1घंटे मे पूरा भी कर लेते है, लेकिन जब इस काम के लिए कोई समय सीमा नहीं होती तो उसे हम या तो टालते हैं या धीरे-धीरे करके 1 घंटे के काम को 5 से 7 घंटे का य बना लेते हैं।
इसलिए इस नियम के अनुसार हमें अपने हर काम के लिए एक निश्चित समय सीमा अवश्य निर्धारित करनी चाहिए ताकि और समय बच सके तथा जिसे अन्य महत्वपूर्ण कामों में उपयोग किया जा सके । इसे ही पर्किंस का समय संबंधी नियम कहा जाता है।
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24 घंटे की उपयोगिता मे विविधिता
हमें जो 24 घंटे मिले हैं, वह 24 घंटे एक ऐसे व्यक्ति के जीवन के लिए भी हैं जो एक रात्रि की नौकरी करता है और ऐसे व्यक्ति के लिए भी हैं जो किसी कंपनी में 8 से 10 घंटे की मजदूरी करता है और किसी ऐसे व्यक्ति के लिए भी हैं जो ऑफिस में 6 घंटे की जॉब करता है और ऐसे व्यक्ति के लिए भी जो केवल पार्ट टाइम जॉब करते हैं और ऐसे व्यक्ति के लिए भी जो पूरे दिन मस्ती में टहलते हैं और उनका जीवन जीने का कोई खास उद्देश्य नहीं होता। अत: मिले हुए 24 घंटे अलग-अलग जीवन में अलग-अलग तरीके से उपयोग किया जा रहे हैं ।
कोई दिन में सो लेता है तो रात में अपना समय नोकरी करने मे लगाता है तो कोई दिन की नौकरी करने के लिए अपना समय उपयोग करता है और कोई परीक्षा में सफल होने के लिए दिन-रात एक कर देता है। समय से परे जाकर, मेहनत को सर्वोत्तम स्थान देकर, सफलता के मार्ग पर बढ़ने का प्रयत्न करता है।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि मिले हुए 24 घंटे हर व्यक्ति के जीवन में अलग-अलग तरीके से उपयोग में लाये जाते हैं इसलिए हर व्यक्ति की समय सारणी व्यक्तिगत रूप से अलग -अलग हो सकती है लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जो सभी समय सारणी में सामान्य रूप से एक जैसी होनी चाहिए जिसके बारे मे आगे बताया गया है ।
प्रमाणिक समय सारिणी का परिचय
प्रमाणिक समय सारणी एक ऐसी समय सारणी होती है जो सभी व्यक्ति के जीवन पर लागू होती है। इस समय सारणी में कुछ ऐसे आवश्यक कार्यों को सम्मिलित करना बताया गया है जिससे हम अपने सफल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं और सफल जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं । यह समय सारणी बहुत से सफल व्यक्तियों के जीवन के इतिहास, उनके सफल होने के तौर तरीके आदि का विश्लेषण करने के बाद निर्मित की गई है।
प्रमाणिक समय सारिणी के आवश्यक तत्व
प्रमाणिक समय सारणी के अनुसार
- व्यक्ति के जो शारीरिक रूप से आवश्यक दैनिक क्रियाकलाप हैं जिनके बिना किसी भी व्यक्ति का जीवन जीना संभव नहीं है अर्थात सभी के लिए आधारभूत आवश्यक कार्य हैं उनके लिए समय निकालना आवश्यक बताया गया है।
- इसके अनुसार अपने माता-पिता, भाई ,बहन ,बाबा – दीदी, अपने प्रिय दोस्तों, अपने शुभचिंतक और प्रेरककर्ता आदि के साथ कुछ समय निकलना भी आवश्यक बताया गया है।
- इसमें दो से ढाई घंटे का उपयोग आपको अपने जीवन को और अधिक उन्नतशील बनाने के लिए और जीवन को सफलता के रास्ते पर लाने के लिए, मंजिल के करीब जाने के लिए, आप अपनी नौकरी में और प्रमोशन के लिए, आप अलग से कोई कौशल सीख सकते हैं या आप व्यक्तिगत जीवन विकास हेतु कोई कोर्स कर सकते हैं या कोई आप इंटर्नशिप, वर्कशॉप, मोटिवेशनल वीडियो, ऑडियो समग्री,लेखन आदि में भी आपको अपना समय व्यतीत करना चाहिए जो आपके व्यक्तिगत जीवन में सुधार करता है और उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है।
- इस समय सारणी में सुबह के समय दो काम बहुत ही महत्वपूर्ण बताए गए जिनका उपयोग करने से बहुत ही बेहतरीन लाभ होता है ।
- सुबह उठकर सबसे पहले आपको अपने ईश्वर का धन्यवाद करना है और अपने दिन की शुरुआत करने के लिए उनसे आज्ञा मांगना ।
- सुबह के समय आपको कुछ समय व्यायाम के लिए और कुछ समय ध्यान और योग आदि के लिए आवश्यक निकालना चाहिए।
- आधा घंटे का समय निकाल कर उसका उपयोग अपको अपनी नौकरी या जो आपका काम है, उसको भी व्यवस्थित करने में या उसकी रूपरेखा बनाने में या आज के कौन से काम हैं जिनको करना आवश्यक है, उसके लिए भी आपको मानसिक रूप से तैयार होने मे करना चाहिए।
- आपको अपने सभी कामों की एक लिस्ट तैयार करनी चाहिए और उन तैयार लिस्ट के कामों में महत्वपूर्ण कामों को सबसे पहले करना और उनसे कम महत्वपूर्ण कामों को उसके बाद और सबसे बाद में सबसे कम महत्वपूर्ण काम करना चाहिए।
प्रमाणिक समय सारिणी के अनुसार 24 घंटे का विभाजन
प्रमाणिक समय सारणी को हम निम्न प्रकार से बना सकते हैं।
8 घंटे का समय | 8 घंटे का समय | 8 घंटे का समय |
( A ) | ( B ) | ( C ) |
सोने के लिए ।न्यूनतम 7 घंटे सोना अनिवार्य हैं।बचे हुये 1 घंटे का उपयोग व्यायाम योग और ध्यान आदि के लिए करना। कुछ व्यक्तियों का कार्य पूरे दिन की अधिक मेहनत और शारीरिक परिश्रम से संबंधित होता है वह अपना यह समय भी सोने के लिए दे सकते हैं साथ ही उन्हें व्यायाम करने के बजाय केवल ध्यान और योग के लिए 15 से 20 मिनट का समय अवश्य निकालना चाहिए। | न्यूनतम 6 घंटे का समय व्यक्ति अपने पेशा/नौकरी आदि के लिए उपयोग करेगा। | 3 घंटे के समय का उपयोग आपको मंजन करना, नहाना, खाना खाना, तैयार होना, रूम की सफाई करना, फ्रेश होने, कपड़े धुलना, कपड़े प्रेस करना आदि सभी आधारभूत कार्यों और अनिवार्य कार्यों को करने में उपयोग करना । |
2 घंटे अगर आप बचा लेते हैं तो उसे आराम करने में या मनोरंजन वा आनंद से संबंधित क्रियाकलापों को करने में उपयोग कर सकते हैं। | अगले 3 घंटे का समय आपको जीवन में प्रगति के लिए आवश्यक कदम उठाने हेतु उपयोग करना जैसे- कोई नई स्किल सीखना, कोई पर्सनालिटी डेवलपमेंट का कोर्स कंप्लीट करना, कोई इंटर्नशिप, कोई वर्कशॉप, कोई यूट्यूब चैनल, ऑडियो, वीडियो आदि जो जीवन को बदलने वाले या जीवन मे सकारात्मक सहयोग करने वाले हों, या आप किसी बेहतरीन और अच्छी किताब को पढ़ने मे इस समय का उपयोग कर सकते हैं। | |
कुछ व्यक्ति जो 8 घंटे की ड्यूटी करते हैं, उनके लिए यह 2 घंटे क समय निकाल पाना मुश्किल होगा। वह अपने मनोरंजन और आनंद के लिए आगे के समय मे इस कार्य को सम्मिलित कर सकता है । | बचे हुए 2 घंटे में एक घंटा आपको अपने माता-पिता, भाई-बहन या परिवार के साथ, अपने किसी खास दोस्त, अपने किसी खास शुभचिंतक या आपके प्रेरककर्ता के साथ अवश्य बिताना चाहिए। | |
बचे हुए 1 घंटे का उपयोग, अगर आपका पहले के 8 घंटे में व्यायाम व योगासन छूटा है उसके लिए कर सकते हैं या दूसरे 8 घंटे में मनोरंजन और आनंद के लिए समय नहीं मिला है तो उसमें प्रयोग कर सकते हैं अथवा अपनी नौकरी/ पेशा आदि के लिए मानसिक रूप से तैयार होने मे उपयोग कर सकते हैं या इस बचे हुए 1 घंटे का उपयोग आप ऐसे काम जो आपके अपने हिसाब से छूटे हुए हैँ उन कार्यों के लिए कर सकते हैं। | ||
- दोस्तों इस प्रमाणिक समय सारणी के अनुसार आपको अपनी व्यक्तिगत दिनचर्या बना लेनी है और इसमें दिए गए निर्देशों को ध्यान में रखते हुए कार्यों के विभाजन और समय सीमा को निर्धारित करना है अगर आप इस समयसारणी का उपयोग अपने जीवन में करते हैं तो निश्चित तौर आपके सफल होने के अवसर सर्वाधिक हो जाएँगे।इसी उम्मीद के साथTazahighlights
- आप से विदा लेता है । अगर कोई टिप्पणी या सुझाव हो, तो आपका कमेंट बॉक्स मे हमेशा स्वागत है, धन्यवाद ।
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