चीन की गर्भ मशीन वाली वायरल खबर ने मचाया हंगामा

तो दोस्तों कुछ समय पहले इंटरनेट और सोशल मीडिया पर एक सबसे बड़ी खबर ने पूरे माहौल को हिला कर रख दिया था जिसमें की दोस्तों कहा गया था कि चीन ने एक ऐसी मशीन को बनाया है जो की औरत की तरह गर्भ धारण कर सकती है और बच्चा पैदा कर सकती है इस खबर में दोस्तों कुछ बड़े नाम और यूनिवर्सिटीज का जिक्र भी हुआ गया है ताकि लोगों को लगे कि यह बात एकदम सच है दावा किया गया है की शारदा 26 में यह मशीन बाजार में आने की संभावना है और इसकी कीमत करीब 12 लख रुपए के करीब होगी कई मीडिया चैनलों ने इस खबर को बिना जांच समझे सीधा चला दिया है आमतौर पर इस खबर को सुनकर हैरान हो गए हैं और सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें होने लगी है लेकिन दोस्तों जैसे ही कुछ फैक्ट्स चेक करने वाले लोगों को और वैज्ञानिकों ने इसमें जान शुरू करी तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया है और सच्चाई कुछ और ही निकली है

जांच में सामने आई सबसे बड़ी सच्चाई

तो दोस्तों जब वैज्ञानिक कौन है और फैक्ट चेक टीमों ने उन नाम को खोज और उनकी खोज प्रताप शुरू करी तो जिसका जिक्र खबरों में कर गया था तो ऐसा कुछ भी नहीं देखने को मिला जिस कंपनी और वैज्ञानिक का नाम लिखा गया था वह कहीं भी रजिस्टर या फिर कहीं तो दर्ज नहीं थे जिस यूनिवर्सिटी जिसका नाम दिया गया था उसने खुद एक बयान में कहा कि उनके पास ऐसा कोई भी वैज्ञानिक नहीं है और ना ही इस तरह की कोई भी मशीन पर कोई शोध हुआ है यह बात साफ हो गया कि जो नाम और संस्थान जोड़े गए थे वह सभी झूठे हैं यहां तक की चीन की किसी सरकारी या फिर निजी रिकॉर्ड में भी उसे कंपनी का नाम नहीं मिला है मतलब कि यह जी खबर को दुनिया में बड़ी सनसनी बनाकर फैलाया गया था वह पूरी तरीके से झूठ है

तस्वीरें और वीडियो का भी हुआ पर्दाफाश

और दोस्तों जैसा कि इस खबर के साथ-साथ जो तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर घूम रही थी उन्हें देखकर भी बहुत से लोगों ने मान लिया था कि यह मशीन एकदम असली है और इस मशीन की झलक भी एकदम असली है तस्वीर इतनी साफ और रियल लग रही थी कि कोई भी धोखा खा सकता है लेकिन दोस्तों जांच में पता चला कि यह सब बनावटी चित्र थे जिन्हें कंप्यूटर से बनाया गया था इन्हें असली मशीन की तरह दिखने के लिए बहुत बड़े पैमाने पर अच्छे से तैयार कर गया था इन तस्वीरों और वीडियो में जो दिखाया गया वह किसी प्रयोगशाला में बना प्रोटोटाइप नहीं है बल्कि डिजिटल तस्वीर थी इस बात से यह तो साफ हो गया कि यह सब एक बनाया हुआ और रचा हुआ झूठ का माहौल है चीन की गर्भ मशीन वाली वायरल खबर ने मचाया हंगामा

असली तकनीक की हकीकत क्या है?

तो दोस्तों दुनिया के कई देशों में कृत्रिम गढ़वी आने की आर्टिफिशियल गर्भ पर काम जरूर हो रहा है लेकिन दोस्तों को जगह पर ऐसी मशीन बनी है जो की सबसे पहले पैदा हुए बच्चे को कुछ हफ्तों तक सुरक्षित रख सकती हैं इन मशीनों में बच्चों को गर्म माहौल में सांस लेने के लिए हवा ऑपरेशन दिया जाता है ताकि उनकी जान बचाई जा सके लेकिन यह तकनीक सिर्फ बच्चों को संभालने के लिए ही है इंसान जैसी पूरी तरह गर्भावस्था के लिए नहीं वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल ऐसा संभव बिल्कुल भी नहीं है कि कोई मशीन औरत जैसी पूरी गर्भावस्था कर सके

गर्भावस्था मशीन बनाना आसान नहीं है

गर्भधारण की प्रक्रिया बहुत ही ज्यादा जटिल होती है इंसान का शरीर गर्भ में बच्चों को शुरुआत से लेकर आखिरी समय तक सुरक्षा गर्मी और पोषण देता है शरीर अपने आप संक्रमण से बचाव करता है समय पर जरूरी पोषक तत्व पहुंचना है और बच्चे की जरूरत के हिसाब से सब कुछ बदलता रहता है मशीन में यह सब करना लगभग नाम को नामुमकिन है ना तो मशीन में शरीर जैसा रक्षक तंत्र हो सकता है और ना ही वही बदलाव कर सकती है जो की एक औरत के शरीर में गर्भावस्था के दौरान होते हैं वैज्ञानिकों का कहना है कि यह काम सिर्फ मशीनों के बस की बात नहीं है

समाज और कानून के सामने भी बड़े सवाल

दोस्तों अगर मन को भविष्य में कभी भी ऐसी मशीन सच में बन गई तो समझ में कई नए और बड़े सवाल खड़े होंगे सबसे पहला सवाल यही होगा कि बच्चा किसका माना जाएगा मशीन से जुड़ा हुआ व्यक्ति या फिर कोई और व्यक्ति क्या बच्चा एक तरह से प्रोडक्ट बन जाएगा क्या परिवार और रिश्तो का मतलब बदल जाएगा क्या और तो क्या अधिकार प्रभावित होंगे अगर बच्चे मशीन से जन्म लेंगे तो मां और बच्चे का रिश्ता क्या रह जाएगा इन सारे सवालों का जवाब पाना काफी ज्यादा मुश्किल है या सिर्फ विज्ञान की बात नहीं बल्कि समाज रिश्ते और कानून का भी बड़ा मुद्दा बन जाएगा

संतान न होने की परेशानी और बढ़ती उम्मीद

आज के समय में बहुत सारे लोग संतान न होने की परेशानी से गुजर रहे हैं चीन भारत और कई दूसरे देशों में यह समस्या काफी ज्यादा तेजी से बढ़ रही है इसी वजह से लोग नहीं नहीं तकनीक को मैं उम्मीद ढूंढते हैं बहुत से लोग सोचते हैं कि शायद इस तरह इस मशीनों से उनका सपना पूरा हो जाएगा इसी कारण आर्टिफिशियल गर्भ पर काम कर जा रहा है लेकिन हकीकत यह है कि फिलहाल यह तकनीक सिर्फ उन बच्चों के लिए है जो कि समय से पहले जन्म ले लेते हैं पूरी व्यवस्था के लिए यह मशीन आज भी बस एक कल्पना की इतना ही है

तकनीक का असली मकसद क्या है?

तो दोस्तों जिस मशीन को लेकर इतना हंगामा हुआ है उसका फिल्म मकसद औरत की जगह लेना नहीं है इसका असली उद्देश्य समय से पहले जन्मे बच्चों की जान को बचाना है कुछ देशों में भेद के बच्चों पर इस तकनीक का प्रयोग कर गया है और उन्हें कई हफ्तों तक सुरक्षित भी रखा गया है इससे यह तो साफ हुआ है की तकनीक आगे बढ़ रही है लेकिन इंसान पढ़ने महीने की गर्भ संस्था के लिए इसका इस्तेमाल फिलहाल एकदम नामुमकिन जैसा है वैज्ञानिक भी साफ कह चुके हैं की तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ आपात स्थिति में बच्चों को बचाने के लिए ही कर जाएगा

वैज्ञानिकों की राय और सच्ची तस्वीरें

दोस्तों दुनिया के बड़े वैज्ञानिक संस्थाओं के जानकारों का मानना यह है की मशीन से पूरी व्यवस्था का पाना फिलहाल बहुत दूर की बात है इंसान के गर्भ में हर दिन में बदलाव होते हैं बच्चा बढ़ता है शरीर सुरक्षा देता है संक्रमण से बचाव होता है और पोषण मिलता है मशीन में यह सब करना इतना आसान नहीं है इसी वजह से ज्यादातर वैज्ञानिक इस तकनीक को फिलहाल सिर्फ कल्पना ही मानते हैं हां शोध जरूरी है लेकिन इस भी इस दिशा में कोई बड़ा कदम नहीं उठा है

मीडिया की गलती और जनता को चेतावनी

इस झूठी खबर को फैलाने में मीडिया का भी काफी ज्यादा बड़ा रोल रहा है कई बड़े चैनलों और खबरों ने बिना जांच और समझे खबर सीधा लोगों तक पहुंचा दी इससे लोग गुमराह हो गए और सोशल मीडिया की अफवाहें भी फैल गई आज के समय में जब भी बनावटी तस्वीर असली जैसी दिखती है तब जरूरी होता है कि कोई भी बड़ी खबर करने से पहले उसे जांच आ जाए हर वायरल चीज सच नहीं होती इस तरह की अब्बा ही सिर्फ लोगों में डर और उलझन पैदा करती है

निष्कर्ष

इस पूरी कहानी में एक बात तो साफ निकलकर आई है कि इंटरनेट पर जो भी कुछ वायरल हो जाए वह सच नहीं होता चीन की इस मशीन वाली खबर सिर्फ अब्बा ही थी हकीकत नहीं मशीन से इंसान जैसी गर्भावस्था को करना अभी एकदम नामुमकिन जैसा है यह तकनीक सिर्फ उसे समय से पहले जन्म को बच्चों को बचाने के लिए है इसलिए किसी भी खबर पर आंख बंद करके भरोसा करने की बजाय उसे जांचना काफी जरूरी है

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